भारत में 5G सेवा जल्दी | 4G व 5G में अंतर
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टेलिकॉम कम्पनियाँ भारत में 5G सेवा जल्दी से शुरू करने जा रही हैं। इसकी शुरुआत देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल करने जा रही है।
भारत में 5G सेवा जल्दी शुरू के लिए कंपनी ने एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग के साथ एग्रीमेंट साइन किया है।
साथ ही, जियो ने भी 15 अगस्त को पूरे देश में 5G नेटवर्क सर्विस लॉन्च करने के संकेत दिए हैं।
5G के लॉन्च होने के बाद इंटरनेट की स्पीड बढ़ जाएगी।
एयरटेल के MD और CEO गोपाल विट्टल के अनुसार कंपनी पूरी दुनिया के बेस्ट टेक्नोलॉजी पार्टनर के साथ काम करके देश के कस्टमर्स को 5G कनेक्टिविटी का पूरा फायदा देगी।
भारत में 5G सर्विस के स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार को खत्म हो गई।
- भारत में 5G सेवा जल्दी
एयरवेव्स की नीलामी से सरकार को 150173 करोड़ रुपए की कमाई हुई है।
मुकेश अम्बानी की कंपनी रिलायंस जियो ने टॉप बीडर रहते हुए 88,078 करोड़ रुपए के 24,740 MHz स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया।
जियो के अलावा सुनील मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपए के विभिन्न बैंडों में 19,867 MHz स्पेक्ट्रम लिया और दूसरे स्थान पर रहा।
वोडाफोन आइडिया ने 18,784 करोड़ रुपए के 2668 MHz स्पेक्ट्रम का व अडाणी डेटा नेटवर्क्स ने 212 करोड़ रुपए का 26 GHz बैंड में 400 MHz स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया।
5G शुरू होने से हमें क्या फायदे होंगे ?
- पहला फायदा तो वर्तमान समय की माँग के अनुसार यूजर तेज स्पीड इंटरनेट इस्तेमाल कर सकेंगे।
- ऑनलाइन वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में 5G के आने से बड़ा बदलाव होगा।
- वीडियो बिना बफरिंग या बिना रुके स्ट्रीम कर सकेंगे।
- इंटरनेट कॉल करते समय आवाज बिना रुके और साफ-साफ आएगी।
- 2 GB का वीडियो 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगी।
- कृषि के क्षेत्र में खेतों की देखरेख में ड्रोन यूज संभव होगा।
- मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा।
- वर्चुअल रियलिटी और फैक्ट्री में रोबोट यूज करना काफी सरल हो जाएगा।
5 साल में 50 करोड़ से ज्यादा 5G यूजर्स होने की सम्भावना
5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में कई तरह के बदलाव आने वाले है।
भारत में 5G सेवा जल्दी शुरू होने से न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि एंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी काफी कुछ बदल जाएगा।
5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5G इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली है।
4G और 5G सेवा में क्या अंतर है ?
क्र.सं. | 4G | 5G | |
1. | इंटरनेट स्पीड | 100 MBPS | 10000 MBPS |
2. | एरिया कवरेज | एक किमी लम्बे-चौड़े क्षेत्र में 4 हजार डिवाइस कनेक्ट | एक किमी लम्बे-चौड़े क्षेत्र में 10 लाख डिवाइस कनेक्ट |
3. | बैंडविथ (ज्यादा स्पीड से डेटा ट्रांसफर) | 200 MBPS | 1 GBPS |
4. | एवरेज स्पीड | 25 MBPS | 200-400 MBPS |
source- telecomm.in |
4G से करीब 10%-15% महंगी हो सकती है 5G सर्विस
टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कुछ दिन पहले कहा था कि 5G सर्विसेज का टैरिफ इंडस्ट्री तय करेगी। इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा।
वहीँ इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि 5G सर्विसेज के टैरिफ को 4G के बराबर लाने से पहले शुरुआत में इसे 10-15% के प्रीमियम पर पेश किया जाएगा।
5G क्या हैं ?
इंटरनेट नेटवर्क के पांचवे जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रोड्बैंड इंटरनेट सर्विस है, जो तरंगो के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है।
इसमें मुख्य तौर पर तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड – एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 MBPS, इंटरनेट स्पीड कम, ग्रामीण इलाकों के लिए बेस्ट, सबसे ज्यादा कवरेज एरिया।
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड – इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 GBPS, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा, सबअर्बन यूज के लिए बेस्ट।
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड – इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 GBPS, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा, घने आबादी वाले क्षेत्रो में इस्तेमाल।
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